सेरेब्रेल पॉल्सी से पीड़ित शख्स भी एक सक्षम प्रतिभावान व्यक्ति हो सकता है, यह कहना है डॉ रितेश सिन्हा का, जो खुद इस रोग से पीड़ित हैं। डॉ सिन्हा ने सेरेब्रेल पाल्सी को अपनी कमजोरी नहीं बल्कि उसे शक्ति बनाया। डॉ सिन्हा ने पेसिंल पकड़ने के लिए एक नई तकनीक का भी विकास किया है, जिससे विभिन्न तरह की मस्तिष्क से संबंधित समस्या से पीड़ित लोगों को आसानी हो। उन की काबिलियत को देखेत हुए डिजिटल इंडिया कैंपेन में इंटेल और द बेटेर इंडिया के द्वारा उन्हें सेलेक्ट भी किया गया था। डॉ रितेश सेरेब्रेल पाल्सी के बारे में लोगों में जागरुकता लाने के लिए Understanding Cerebral Palsy नामक किताब भी लिखी है।
#सशक्तदिव्यांगजन_समर्थभारत
#विकसितदिव्यांगजन_विकसितभारत
Dr. Virendra Kumar
Pratima Bhoumik
MyGovIndia
Press Information Bureau - PIB, Government of India
Ministry of Social Justice and Empowerment, Government of India